सनातन धर्म में गौ माता को पूजनीय और पवित्र माना गया है। हिंदू ग्रंथों में वर्णित है कि गाय में 33 कोटि देवी-देवताओं का वास होता है, और गौ सेवा से पुण्य की प्राप्ति होती है। भगवान श्रीकृष्ण ने स्वयं गौ पालन कर गौ रक्षा का संदेश दिया।
गौ माता धार्मिक, पारिस्थितिक और आर्थिक रूप से महत्वपूर्ण हैं। उनका दूध अमृत तुल्य है, गौमूत्र व गोबर से औषधियां और जैविक खाद बनती हैं, जो पर्यावरण के लिए लाभदायक हैं। गौ सेवा से धर्म, अर्थ, काम और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
आज गौवंश संकट में है, इसलिए हमें गौ सेवा और रक्षा का संकल्प लेना चाहिए, क्योंकि “गौ सेवा, नारायण सेवा” है। 🙏🐄